डेडिकेटेड सुविधाओं को तीन कैटगरी में बांटा गया


पहली: कोविड केयर सेंटर- इसके लिए होटल, लॉज, स्टेडियम और पहले से मौजूद सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं। संदिग्ध केस को इन स्थानों पर लाया जाएगा।
दूसरी: डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर- इसके लिए अस्पतालों या उसके अलग ब्लॉक या किसी अलग बिल्डिंग का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जाएगा।
तीसरी: कोविड अस्पताल- यह पूरी तरह से डेडिकेटेड अस्पताल होंगे। इसके लिए भी अलग अस्पताल या अलग वार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। इनमें वेंटिलेटर्स, ऑक्सीजन और सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। यहां सिर्फ गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को विशेष ध्यान देने को कहा है। 
रेलवे ने 40 हजार से ज्यादा वैगन को आइसोलेशन सेंटर में बदला
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पीएस श्रीवास्तव ने बताया कि भारतीय रेलवे ने 40 हजार से अधिक वैगन को आइसोलेशन सेंटर में बदल दिया है। आगे भी इस पर काम हो रहा है। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए राज्य और केंद्र शासित राज्यों को विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है। इसके लिए होम सेक्रेटरी लगातार सभी सभी राज्यों के डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे हैं।